भाग्य बड़े सद्गुरु मैं पायो ब्रह्मानंद
कैसे करूँ गुरुदेव की महिमा ब्रह्मानन्द
जगत में एक सार है धरम ब्रह्मानन्द
भगवान तेरे मेरे में अन्तर अचलराम
मिला दो श्याम से उधो ब्रह्मानन्द
नज़रों से देख प्यारे, ईश्वर पास है तेरे ब्रह्मानंद
नजरों से देख प्यारे वह क्या दिखा रहा है ब्रह्मानंद
नजरों से देख प्यारे, क्या रूप है तुम्हारा ब्रह्मानंद
अपने को आप भूलकर हैरान हो गया ब्रह्मानंद
जिसको नहीं हैं बोध तो गुरुज्ञान क्या ब्रह्मानंद
पिया मिलन के काज आज ब्रह्मानंद
अब तो दीदार दिखा दे अचलराम
तेरे दीदार के लिए बन्दा हैरान है ब्रह्मानंद
प्रणाम गुरुदेव थाने बारंबार अचलराम जी
गुरुजी दरस बिना जियरा मोरा तरसे ब्रह्मानंद
ऊधो मोहे सन्त सदा अति प्यारे ब्रह्मानंद
मन रे ऐसा सद्गुरु जोई अचलराम जी
मन रे सो गुरु परम उदारा अचलराम जी
गुरु का शब्द अमोल अचलराम जी
जो नाम का प्रताप है ब्रह्मानंद
जिन्दगी सुधार बन्दे ब्रह्मानंद
सन्त परम हितकारी जगत माहीं ब्रह्मानंद
दिला दो भीख दरसन की ब्रह्मानंद
मुझे है काम ईश्वर से जगत रूठे ब्रह्मानंद
बता दो मोक्ष का मार्ग ब्रह्मानंद
जय गणेश गणनाथ दयानिधि ब्रह्मानंद
बाहिर ढूँढन जा मत सजनी ब्रह्मानंद
आज सखी सद्गुरु घर आए ब्रह्मानंद
क्या पानी में मल मल नहावे ब्रह्मानंद
जन्म जन्म को मैं दास तुम्हारो ब्रह्मानंद
नारायण जिनके हिरदे में ब्रह्मानंद
नारायण को नाम सुमर नर ब्रह्मानंद
नारायण जिनके परिपालक ब्रह्मानंद
नारायण मैं शरण तुम्हारी ब्रह्मानंद
जन्म जन्म को मै दास तुम्हारो ब्रह्मानंद
बरज रही मैं इन विषयन से ब्रह्मानंद
ऐसी करि गुरुदेव दया ब्रह्मानंद
नबज़िया बैद क्या जाने ब्रह्मानंद
भरोसा है मुझे है तेरा, तुही मेरा ब्रह्मानंद
नारायण को भजन करो नर ब्रह्मानंद
नारायण को भजन करो नर ब्रह्मानंद