🕉️🎯👌🏻श्री हरिपुरुषाय नमः🌍🫂
महिमा जासु जान गनराऊ, प्रथम पूजित नाम प्रभाऊ।
नामप्रभाव जान शिवनीको कालकूटफल दीन अमी को॥
नहिं कलि कर्म न भगतिबिबेकू, रामनामअवलंबन एकू।
गगन चढ़ै रज पवनप्रसंगा कीचहिं मिले नीच जलसंगा॥
Apne Ko Aap Bhoolkar Hairaan Lyrics
ब्रह्मानन्द लिरिक्स Brahmanand Bhajan
अपने को आप भूलकर हैरान हो गया।
माया के जाल में फँसा वीरान हो गया॥
जड़देह को अपना स्वरूप मान मन लिया,
दिन-रात खान-पान कामकाज दिल दिया।
पानी में मिलके दूध एक जान हो गया॥
विषयों को देख-देख लालच में आ रहा,
दीपक में ज्यों पतंग जायके समा रहा।
बिना विचार के सदा नादान हो गया॥
कर पुण्य-पाप स्वर्ग-नरक भोगता फिरे,
तृष्णा की डोर से बन्धा सदा जनम धरे।
पी करके मोह की सुरा बेमान हो गया॥
सतसंग में जाकर सदा दिल में विचार ले,
बदन में अपने आप रूप को निहार ले।
'ब्रह्मानन्द' मिले मोक्ष जब ज्ञान हो गया॥
🚩 निरंजनी अद्वैत सेवा संस्थान भाँवती🥀
🎙️सुधीर पटेल Sudhir Patel