🕉️🎯👌🏻श्री हरिपुरुषाय नम:🌍🫂
Zindgi Sudhar Bande Brahmanand lyrics
जीवन जोबन राजधन, अविचल रहे न कोय।
जो घड़ी जाये सत्संग में जीवन का फल सोय॥
जिन्दगी सुधार बन्दे!
यही तेरो काम है, सब घट राम है॥
मानुष की देह पायी, हरि से न प्रीत लायी।
विषयों के जाल माहिं, फँसियानी काम हैं॥
अंजलि को नीर जैसे, जावत शरीर तैसे।
धरे अब धीर कैसे, बीतत तमाम है॥
भाई बन्धु मीत नारी, कोई न सहायकारी।
काल यम फाँसधारी, सिर पे मुकाम है॥
गुरु कीशरण जाओ प्रभु का स्वरुप ध्यावो।
ब्रह्मानन्द मोक्ष पावो, सदा सुख धाम है॥
🎙️ नारायण स्वामी Narayan Swami