🕉️🎯👌🏻श्री हरिपुरुषाय नमः🌍🫂
Kaise Karu Gurudev Ki Mahima...
ब्रह्मानन्द लिरिक्स Brahmanand lyrics
कैसे करूँ गुरुदेव की महिमा खरी खरी।
सब बेद ग्रन्थ पन्थ में, गायन करी करी॥
जन्म जन्म की बडी बिषयों की वासना।
परब्रह्म ज्ञान बोध से, मन से हरी हरी॥
देव दैत्य मनुज जीव भेद भर्मना।
सब दूर करके एकता, दिल में धरी धरी॥
भवसिन्धु नीर बीच में मेरी नाव फँस रही।
चरण कमल सहारके, पल में तरी तरी॥
घट घट में पूर्णरूप को दिखला दिया मुझे।
'ब्रह्मानन्द' द्वैत भावना, मन से टरी टरी॥
🚩श्री निरंजनी अद्वैत आश्रम भाँवती🙏🏻