🕉️🎯👌🏻श्री हरिपुरुषाय नमः🌍🫂
Man Re So Guru Param Udara
अचलराम भजन Achalram Lyrics
मन रे सो गुरु परम उदारा।
जिस की महिमा कहि ना जावे,
सहस्र मुखों से न्यारा
अलख निरंजन गुरु अविनाशी,
सबका सिरजनहारा।
निर्गुण से सगुण हो प्रकटे,
जानो नित अवतारा॥
परमारथ को जग में आया,
इन्द्र ज्यों उपकारा।
ज्ञान घटा ले अनहद गरजे,
वाणी अमृत धारा॥
महावाक्य रूपी जल वर्षाने,
श्रवण किये भवपारा।
उत्तम मध्यम कनिष्ठ ऊपर,
वर्षा करे इकसारा॥
गुरु सुखराम समरूप सदाई,
बरसाया ज्ञान अपारा।
अचलराम अनुभव सर भरिया,
पीवो मुमुक्षु सारा॥