🕉️🎯👌🏻श्री हरिपुरुषाय नमः🌍🫂🥀
Jagat Me Ek Saar Hai Dharam-3
ब्रह्मानन्द लिरिक्स Bhramanand lyrics
जगत में एक सार है, धरम धरम धरम।
करो परोपकार के करम करम करम॥
मानुष की देह पाय के, हरि नाम न लिया।
बिरथा जन्म गमा दिया शरम शरम शरम॥
तेरे शरीर में है दिव्य ज्योत ईश की।
गुरु के बचन से समझले मरम मरम मरम॥
दुनिया की सभी वस्तु नाशवान थिर नही।
स्वप्ने समान देखले, भरम भरम भरम॥
व्यापक है सभी विश्व में, परब्रह्म जान ले।
ब्रह्मानन्द मिले मोक्षपद, परम परम परम॥
🚩श्री निरंजनी अद्वैत आश्रम भाँवती🙏🏻