🕉️🎯👌🏻श्री हरिपुरुषाय नमः🌍🫂
Jinhone Aatm Chinha Hai Achalram ji
जिन्होंने आत्म चीन्हा है,
वही है मस्त फकीर॥
जिसने अपने आपको जाना,
उसी ने ब्रह्म पहिचाना।
वोही है दुनिया का पीर॥
गो ब्राह्मण स्वान स्वपच में,
समदृष्टि देखे सबमें।
वोही है पण्डित धीर...॥
जो रहे ब्रह्म लवलीना,
जिने पाँचों इन्द्रिय वश कीना।
वोही है दास कबीर.......॥
अचलराम अवस्था पारा,
पाँचकोश से आत्म न्यारा।
रहित वो तीन शरीर॥