🕉️🎯👌🏻श्री हरिपुरुषाय नमः🌍🫂
Brahmavidya sharab peeke Achalram ji
ब्रह्मविद्या शराब पीके, हुआ हूँ मैं दीवाना।
अविद्या कबाब खाके, अलमस्त हुआ मस्ताना॥
गुरुदेव की किरपा से, सत्संग मिला मयखाना।
श्रवण वो ज्ञान प्याला, पीता हूँ मैं रोजाना॥
अद्वय मनन करके, संशय सभी मिटाना।
ब्रह्माकार मस्ती आई, संसार भ्रम विलाना॥
अब कोई न मुझको दिखता ब्रह्म के सिवाय नाना।
ब्रह्म का विलास विश्व, ब्रह्मरूप ही दिखाना॥
सर्व खल्विदं ब्रह्म है, श्रुति करे बयाना।
अचलराम आदि मध्य, एक ब्रह्म ठहराना॥