🕉️🎯👌🏻श्री हरिपुरुषाय नमः🌍🫂
Aaj sakhi satsangat me Brahmanand
आज सखी सत्संगत में,
मिलके हरि के गुणगान करो॥
कलि में हरिनाम समान बडो,
कोई और उपाय नही जग में।
सब पाप निवारण कारण है,
भवतारण है मन में सुमरो॥
बिन संत समागम ज्ञान नहीं,
बिन ज्ञान न मोक्ष मिले कबही।
करले तप तीरथ दान घने,
चहुँ धाम न बीच भले बिचरो॥
विश्व चराचर में परिपूरण,
चेतन ब्रह्म स्वरूप सदा।
घट भीतर जान पिछान सही,
मन बीच निरन्तर ध्यान धरो॥
सब संशय दूर करावत है,
निज रूप लखावत है तन में।
ब्रह्मानन्द सुनो गुरु ज्ञान सदा,
भव सागर दुस्तर पार तरो॥