🕉️🎯👌🏻श्री हरिपुरुषाय नमः🌍🫂 

Hamara sadguru birle jane Malook Das 

सद्गुरु महिमा कहन कौं, रसना हुई न कोरि।

सुन्दर क्यों करि बरनिये जो बरनिये सु थोरि॥


हमारा सद्गुरु बिरले जानै। 

सुई  के  नाके  सुमेर  चलावै, सो यह  रूप बखानै॥ 


की  तो  जानै  दास  कबीरा, की  हिरनाकुस  पूता। 

की तो नामदेव  अरु  नानक, की  गोरख  अवधूता॥ 


हमरे गुरु  की  अद्भुत लीला, ना कछु खाय न पीवै।

ना  वह  सोवै  ना  वह  जागै, ना वह मरै  न जीवै॥ 


बिन तरवर  फल फूल लगावै, सों तो  वाका  चेला।

छिन में रूप अनेक धरत है, छिन में  रहै  अकेला॥ 


बिन  दीपक  उजियारा  देखै, एड़ी  समुन्द  थहावै।

चींटी  के  पग   कुंजर  बाँधे, जाको  गुरु  लखावै॥ 


बिन पंखन उड़ जाय अकासे, बिन पंखन उड़ आवे। 

सोई  सिष्य   गुरु  का  प्यारा, सूखे  नाव  चलावै॥


बिन पायन सब जग फिर आवै, सो मेरा गुरु भाई। 

कहै मलूक ताकी बलिहारी, जिन यह जुगत बताई॥