🕉️🎯👌🏻श्री हरिपुरुषाय नमः🌍🫂
Ham Baarik Pita Prabh Data Nanak
नानक गुरबानी Shabad Gurbaani lyrics
हम बारिक (बेटा) पिता प्रभु दाता॥
भूलहि बारिक अनेक लख बरीआ,
अनठौर नाहीं जहँ जाता॥
हे दाता प्रभु ! हम तेरे बच्चे हैं और तू हमारा पिता है। यदि बालक लाखों बार गलती करता है तो पिता के सिवा उसका अन्य कोई ठौर-ठिकाना नहीं होता॥
क्षीर अधार बारिक जब होता,
बिन क्षीरै रहन न जाई।
सार सम्हाल माता मुख नीरै,
तब ओहु तृप्त अघाई॥
जब छोटा-सा बच्चा दूध के आसरे होता है तो दूध के बिना वह बिल्कुल नहीं रहता। देखभाल करने वाली माता जब मुँह में दूध देती है तो वह तृप्त हो जाता है॥
चंचल मति बारिक बपुरे की,
सर्प अग्नि कर मेलै।
माता पिता कण्ठ लाइ राखै,
अनद सहज तब खेलै॥
बेचारे बालक की बुद्धि इतनी चंचल होती है कि वह सांप एवं अग्नि दोनों को हाथ लगाता है। जब माता-पिता उसे गले से लगाकर रखते हैं, तब वह आनंद एवं खुशी में खेलता है॥
जिसका पिता तू है मेरे स्वामी,
तिस बारिक भूख कैसी।
नवनिधि नाम निधान ग्रह तेरे,
मन बांछै सो लैसी॥
हे मेरे स्वामी ! जिसका तू पिता है, उस बालक को भला कैसी भूख होगी। नवनिधि एवं सुखों का भण्डार नाम तेरे घर में है।जैसी मनोकामना होती है, वही मिलता है।
पिता कृपालि आज्ञा इह दीनी,
बारिक मुख मांगै सो देना।
नानक बारिक दरसु प्रभ चाहै,
मोहि हिरदै बसै नित चरना॥
कृपालु पिता ने यह आज्ञा कर दी है कि बालक मुख से जो मांगता है, उसे दे देना। हे नानक ! यह बालक प्रभु दर्शन ही चाहता है और कामना करता है कि मेरे हृदय में सदैव प्रभु के चरण बसे रहें।
🚩निरंजनी अद्वैत आश्रम, भाँवती🥀
🎙️मनिंदर सिंह Maninder Singh Dadra 6