🕉️🎯👌🏻श्री हरिपुरुषाय नमः🌍🫂
Ham To Ek Ek Kari Jana Kabeer
हम तो एक एक करि जाना,
दोई कहे तिनही को दोजख।
जिन नाहिन पहचाना॥
एकै पवन एकहि पानी,
एक ज्योति संसारा।
एकहि खाक घड़े सब भाड़े,
एकहि सिरजनहारा॥
जैसे बाढ़ी काष्ठहि काटे,
अगनि न काटै कोई।
सब घटि अंतर तू ही व्यापक,
धरै सरूपे सोई॥
माया मोहे अर्थ देखि करि,
काहे कूँ गरबाना।
निर्भय भया कछु नहीं व्यापै,
कहे कबीर दीवाना॥
https://youtu.be/UPf0Ae0POm8?feature=shared