🕉️🎯👌🏻श्री हरिपुरुषाय नमः🌍🫂
Suraj Kiran Mile Jal Ka Jal Hua Ram
नानक गुरबानी Nanak Gurbaani lyrics
सूरज किरण मिले जल का जल हुआ राम।
ज्योति ज्योत रली सम्पूरन थीआ राम॥
जैसे सूर्य की किरण सूर्य मिल जाती है और जल का जल में मेल हो जाता है, वैसे ही आत्मज्योति परमज्योति में मिल गई है और जीवरुपी अंश सम्पूर्ण हो गया है।
ब्रह्म दीसै ब्रह्म सुनिये,
एक एक बखानिये।
आतम पसारा करणहारा,
प्रभ बिना न जानिये॥
जो कुछ दिखाई एवं सुनाई देता है, वह ब्रह्म ही है और ब्रह्म का ही दान हो रहा है। स्वयं ही परमज्योति का प्रसार किया हुआ है आर प्रभु के बिना कुछ भी नहीं जाना जाता।
आपि करता आपि भुगता,
आपि कारण कीआ।
बिनवंति नानक सेई जानै,
जिन्नी हरि रस पीआ॥
वह स्वयं ही कर्ता है, स्वयं ही भोक्ता है और उसने स्वयं ही यह संसार बनाया है। नानक विनती करते हैं कि इस तथ्य को वही जानता है, जिसने हरि-रस का पान किया है।
जयश्री गुरु महाराज जी की🙏🏻
🎙️ जोगिंदर सिंह Joginder Singh