🕉️🎯👌🏻श्री हरिपुरुषाय नमः🌍🫂
Sabe Ghar Ram Bole Gurbaani
नामदेव गुरबानी Namdev Lyrics
सबै घट राम बोले, रामा बोले।
राम बिना को बोले रे॥
सर्व शरीरों में परमात्मा व्याप्त है, राम के अतिरिक्त और कौन बोलता है।
एकल माटी कुञ्जर चींटी,
भाजन हैं बहु नाना रे।
स्थावर जंगम कीट पतंगम्,
घट घट राम समाना रे॥
मिट्टी एक ही है, हाथी से लेकर चींटी तक असंख्य प्रकार के बर्तन उसी से बने हैं। जड़, जंगम, कीट-पतंगों आदि सबमें राम समाया हुआ है।
एकल चिन्ता राख अनन्ता,
और तजो सब आसा रे।
प्रणवै 'नामा' भये निहकामा,
को ठाकुर को दासा रे॥
जय श्री गुरु महाराज जी की🙏🏻
मुझे अब उस अनंत परमात्मा का ही ध्यान है, अन्य सब आशाएँ मैंने छोड़ दी हैं। संत नामदेव कहते हैं कि वे निष्काम हो गए हैं, अब स्वामी और दास एक हो गए हैं (अर्थात् प्रभु सब जगह व्याप्त हैं, नामदेव उसी व्याप्त में लीन हो गए हैं।
विशेष: परमात्मा इस सृष्टि का उपादान कारण (material cause) भी है नैमित्तिक (efficient and or intelligent cause ) भी वही है। घड़ा, मिट्टी और कुम्हार का एकत्व है यहाँ।
गुरुग्रंथ साहब संतों की वाणी है। आत्मज्ञानी हैं ये सभी संत। जो जीव और परमात्मा के एकत्व को मानते हैं। ये कायनात और इसको गढ़ने वाला ईश्वर परमेश्वर दो नहीं हैं। सृष्टि के कण कण में वही बैठा हुआ है। जीव माया से भ्रमित हुआ इस एकत्व को नहीं देख पाता। जो ब्रह्म को जान लेता है वह फिर ब्रह्म ही हो जाता है।
🚩जय श्री गुरु महाराज जी की 🙏🏻
🎙️ सतविंदर सिंह Satwinder Singh
🎙️ सतिंदर सिंह Satindar Singh
राग माली गौरा Raag Maali Gaura