🕉️🎯👌🏻श्री हरिपुरुषाय नमः🌍🫂
Santo Sadguru Alakh Lakhaya Kabeer
सन्तो! सद्गुरु अलख लखाया।
परम प्रकाशक ज्ञान पुंज,
घट भीतर में दरसाया॥
मन बुद्धि वाणी जाहि न जानत,
वेद कहत सकुचाया।
अगम अपार अथाह अगोचर,
नेति नेति जहि गाया॥
शिव सनकादिक और ब्रह्मा के,
वह प्रभु हाथ न आया।
व्यास वसिष्ठ बिचारत हारे,
कोई पार नहिं पाया॥
तिल में तेल काष्ठ में अग्नि,
व्रत तप मांहि समाया।
शब्द में अर्थ पदार्थ पद में,
स्वर में राग सुनाया॥
बीज माँहि अंकुर तरु शाखा,
पत्र फूल फल छाया।
त्यों आतम में है परमातम,
ब्रह्म जीव अरु माया॥
कहे कबीर कृपालु कृपा करि,
निज स्वरूप परखाया।
जप तप योग यज्ञ व्रत पूजा,
सब जंजाल छुड़ाया॥
🎙️चमन भल्ला Chaman Bhalla
🎙️भानु तँवर Bhanu Tanwar