🕉️🎯👌🏻श्री हरिपुरुषाय नमः🌍🫂
Santo So Hai Ram Hamara Tursi
मूर्त में अमूर्त बसै, अमल आतमाराम।
तुरसी भर्म बिसारि कै, ताही को लै नाम॥
सन्तो सो है राम हमारा।
नाद विवर्जित बिंद विवर्जित,
नहिं तस वार न पारा॥
सकल वियापी सब ते न्यारा,
सबका सिरजन हारा।
सब दुःख खंडन भव भय भंजन,
तेज पुंज निरकारा॥
ब्रह्मा विष्णु महेश्वर नारद,
सबही करहिं विचारा।
पार न पावै अगम बतावै,
नावे लेह एक तारा॥
आय न जाय मरे नहि जन्में,
अविगत अलख अपारा।
जन तुरसी जैसा राम हमारा,
ताहि सुमरै बारंबारा॥
🚩श्री निरंजनी अद्वैत आश्रम भाँवती🙏🏻