🕉️🎯👌🏻श्री हरिपुरुषाय नमः🌍🫂
Sun Udho Lage Sant Piyara Ho
परमानन्द पद Parmanand lyrics
सुन उधो लागे सन्त पियारा हो।
सन्त समागम सार जगत में,
और असारा हो॥
परसत चरन झरे सब पातक,
धर इतबारा हो।
सन्त चरन की रज से पवित्र,
अंग हमारा हो॥
क्रियमाण को बन्द किया,
संचित को जारा हो।
उन सन्तों के ऊपर मैने,
तन मन वारा हो॥
हर्ष शोक से रहित सन्तजन,
पर उपहारा हो।
उनकी सतसंग से उतरे,
भव के पारा हो॥
सकल पदार्थ स्वार्थ के फिर,
करत किनारा हो।
सन्त सहायक है सुखदायक,
अन्त सहारा हो॥
जो सन्तों का संग तजे,
डूबे मझधारा हो।
परमानन्द भागवत में यूँ,
कृष्ण पुकारा हो॥