🕉️🎯👌🏻श्री हरिपुरुषाय नमः🌍🫂
Sadho Bhai Gyan Ghata Jhuk Aaya
बनानाथ भजन Bananath Lyrics
साधो भाई ज्ञान घटा झुक आया।
भरम-करम व्यापे नहीं कबहुँ,
गुरु से गुरुगम लाया॥
बादल बीज बिना नित बरसे,
स्वाति बूँद झड़ लाया।
चरण गगन बिच अमृत भरिया,
सो रस गूँगे पाया॥
पीवत प्राण परम सुख पाया,
जरा-मरण नहीं आया।
अमर देश में आसन कीया,
अटल वृक्ष की छाया॥
अटल अभंगी सबका संगी
नहीं सरबंग कूँ जाया।
अविगत अलख खलक मांही दरसे,
गुरुमुख ज्ञानी पाया॥
जगमग दीप जुगत में दरशे,
सतगुरु मोहे समझाया।
कहे बनानाथ ब्रह्म की बाता,
भेद बिना भय खाया॥