🕉️🎯👌🏻श्री हरिपुरुषाय नमः🌍🫂
Sadguru Tum Ho Isht Hamare Gangaramji
सद्गुरु तुम हो इष्ट हमारे,
प्रथम मनाते हैं।
श्रवण मनन निदिध्यासन कर,
नित ध्यान लगाते हैं।
हाथ जोड़ के दे परिक्रमा,
शीश नवाते हैं॥
लाज तुम्हारे हाथ गुरु,
सब दुःख हटाते हैं।
असंख्य जुगां की भूल हमारी,
छिन में मिटाते हैं॥
आपहि राम हो लक्ष्मण आपही,
कृष्ण कहाते हैं।
आपहि ब्रह्मा विष्णु आपही,
शिव कहलाते हैं॥
ज्ञान विवेक हृदय में दे,
त्रय ताप हटाते हैं।
नेति धौति योग क्रिया,
हम नहीं चहाते हैं॥
जसीराम जी समर्थ मिलिया,
प्रेम पिलाते हैं।
गंगाराम पर कृपा करो,
मङ्गल पद गाते हैं॥