🕉️🎯👌🏻श्री हरिपुरुषाय नमः🌍🫂
Ras Gagan Gufa Me Ajar Jhare Kabeer
रस गगन गुफा में अजर झरे॥
बिन बाजा झंकार उठे जहाँ,
समुझि परे जब ध्यान धरे॥
बिना ताल जहाँ कमल फुलाने,
तेहि चढ़ि हंसा केलि करे।
बिन चन्दा उजियारी दरसे,
जहाँ तहाँ हंसा नजर परे॥
दसवें द्वारे ताली लागे,
अलख पुरुष जेहि ध्यान धरे।
काल कराल निकट नहि आवे,
काम क्रोध मद लोभ जरे॥
युगन युगन की तृषा बुझानी,
कर्म भर्म आधि व्याधि टरे।
कहत कबीर सुनो भाई साधो,
अमर होय कबहूँ न मरे॥
🚩जयश्री गुरु महाराज जी की🙏🏻
🎙️ शुभा मुद्गल Shubha Mudgal
🎙️मधुप मुद्गल Madhup Mudgal
🎙️ अनूप जलोटा Anup Jalota