🕉️🎯👌🏻श्री हरिपुरुषाय नमः🌍🫂

Ram sumar le re praniya Ramdas 

राम सुमर  ले रे  प्राणियां, भूले रे मत भाई।

सुमिरण  बिन  छूटे  नहीं, जम  द्वारे  जाई॥


सब रे  दुनियां  भरमी फिरे, तीरथ अरु व्रता।

जैसे है पानी ओस रा कछु कारज ना सरता॥


तपसी त्यागी मुनिस्वरा, पढयोड़ा अर पंडिता।

नाम बिना खाली रह्या सिद्ध उड़ता रु गढ़ता॥


क्या रे आचार विचार हैं, क्या है साधन सेवा। 

सद्गुरु  बिना  पावे  नहीं, आत्म  निज  भेवा॥


जगत भेड़  एको  मता, एकण  दिश  जावे।

तत्त्व नाम जाणे नहीं, फिर फिर गोता खावे॥


साधसंगत निशदिन करले एक राम ने ध्यावे।

रामदास धिन संत जना, निर्भय रा पद पावे॥