🕉️👌🏻 श्री हरिपुरुषाय नमः 🌍 🫂 

Ranaji thako rakho garh chittor Meera

हाथ में इकतारो लियो भगवा कीन्ही भेष।

आओ आओ साँवरिया, बिरहिणी रे देस॥


राणाजी थाको  राखो  गढ़  चित्तौड़, 

आज  वृन्दावन  जावालां। 

हरि  का  लाड़  लड़ावालां॥


राणा थाका गहणा ने पाछा लीज्यों,

म्हारा ताल मंजीरा दीज्यो।

ऐ मैं तो मन्दिरया  जाकर  प्रभु रा,

घुंघर  घमकावालां॥


दुःख सुख  होसी  जो  सह लेस्या,

ऐ लूको सूखो ही खा लेस्या।

म्हारे  लाग्यो   हथलेवा  रो   दाग,

दाग  ने आज मिटावालां॥


ऐ  राणा  मैं  गिरधर  की  दासी,

राणा थाने क्यों परणा दी।

मैं  तो  गोविन्द  रा  गुण  गातां,

पाळा  पाळा   जावालां॥