🕉️🎯👌🏻श्री हरिपुरुषाय नमः🌍🫂
Racha Hai Srishti Ko Jis Prabhu ne
रचा है सृष्टि को जिस प्रभु ने।
वही ये सृष्टि चला रहे है॥
जो पेड़ हमने लगाया पहले।
उसी का फल हम अब पा रहे है॥
इसी धरा से शरीर पाए,
इसी धरा में फिर सब समाए,
है सत्य नियम यही धरा का।
एक आ रहे है एक जा रहे है॥
जिन्होंने भेजा जगत में जाना,
तय कर दिया लौटके फिर से आना,
जो भेजने वाले है यहाँ पे।
वही फिर वापस बुला रहे हैं॥
बैठे है जो धान की बालियो में,
समाए मेहन्दी की लालियो में,
हर डाल हर पत्ते में समाकर।
गुल रंग बिरंगे खिला रहे है॥
🚩श्री निरंजनी अद्वैत आश्रम भाँवती🙏🏻
🎙️धीरजकान्त Dheerajkant