🕉️🎯👌🏻श्री हरिपुरुषाय नमः🌍🫂
Re man musafir nikalna padega geetanand
रे मन मुसाफिर निकलना पड़ेगा,
काया कुटी खाली करना पड़ेगा॥
चमड़े के कमरे को तू क्या संभाले,
जिसदिन तुझे घर का मालिक निकाले।
इसका किराया भी भरना पड़ेगा,
काया कुटी खाली करना पड़ेगा॥
आयेगा नोटिस जमानत न होगी,
पल्ले में गर कुछ अमानत न होगी।
फिर होके कैद तुझे चलना पड़ेगा,
काया कुटी खाली करना पड़ेगा॥
मेरी न मानो यमराज तो मनाएगें,
तेरा कर्म दण्ड मार मार भुगताएगें।
घोर नरक बीच दुःख सहना पड़ेगा,
काया कुटी खाली करना पड़ेगा॥
कहे गीतानन्द फिरेगा तू रोता,
लख चौरासी में तू खायेगा गोता।
फिर फिर जन्म लेके मरना पड़ेगा,
काया कुटी खाली करना पड़ेगा॥