🕉️🎯👌🏻श्री हरिपुरुषाय नमः🌍🫂
Ye Garv Bhara Mastak Mera
ये गर्व भरा मस्तक मेरा,
प्रभु चरण धूल तक झुकने दे।
अहंकार विकार भरे मन को,
निज नाम की माला जपने दे॥
मैं मन के मैल को धो ना सका,
ये जीवन तेरा हो ना सका,
हाँ हो ना सका...................
मैं प्रेमी हूँ, इतना ना झुका,
गिर भी जो पड़ूँ तो उठने दे॥
मैं ज्ञान की बातों में खोया,
और कर्महीन पड़कर सोया,
जब आँख खुली तो मन रोया,
जग सोये मुझको जगने दे॥
जैसा हूँ मैं खोटा या खरा,
निर्दोष शरण में आ तो गया,
हाँ, आ तो गया.................
इक बार ये कह दे खाली जा,
या प्रीत की रीत झलकने दे॥
जय श्री गुरु महाराज जी की🙏🏻
🎙️Hariom Sharan हरिओमशरण