🕉️🎯👌🏻श्री हरिपुरुषाय नमः🌍🫂
Mhara Janm Maran Ra Saathi
Meera Bhajan मीरा भजन लिरिक्स
म्हारा जन्म - मरण रा साथी।
थाने नहीं बिसरूँ दिन - राती॥
था देख्या बिन कल न पड़त है,
जाणे म्हारी छाती ।
ऊँची चढ़ - चढ़ पन्थ निहारूँ,
रोये रोये अँखियाँ राती ॥
यो संसार सकल जग झूठो,
झूठा कुल रा नाती ।
दोऊ कर जोड्याँ अरज करूँ छूँ,
सुण लीज्यो म्हारी बाती ॥
यो मन म्हारो बड़ो हरामी,
ज्यों मतवाळो हाथी ।
सद्गुरु हाथ धरियो सिर ऊपर,
आकुंश दे समझाती ॥
पल पल पीव को पन्थ निहारूँ,
निरख निरख सुख पाती ।
'मीरा' के प्रभु गिरधर नागर,
हरि चरणन चित्त राती ॥
जय श्री गुरु महाराज जी की🙏🏻
🎙️अतुल राव Atul Rao
🎙️चिरंजी तँवर Chiranji Tanwar