🕉️🎯👌🏻श्री हरिपुरुषाय नमः🌍🫂
Mil Mere Gobind Apna Nam Deo
नानक गुरबानी Nanak Gurbaani
मिल मेरे गोबिंद अपना नाम देओ।
नाम बिना धृग धृग अस नेहो॥
नाम बिना जो पहिरै खाये।
ज्यों कूकर जूठन में पाये॥
हे मेरे गोबिन्द! मुझे दर्शन देकर अपना नाम प्रदान करो। नाम के विहीन स्नेह (सांसारिक प्रेम) धिक्कार योग्य है। भगवान के नाम बिना इंसान जो कुछ पहनता एवं खाता रहता है, वह उस कुत्ते की तरह है जो जूठी पत्तलों में मुँह मारता रहता है।
नाम बिना जेता ब्योहार।
जिउ मृतक मिथिआ सिंगार॥
नाम बिसार करे रस भोग।
सुख सपनै नहीं तन में रोग॥
भगवान के नाम की स्मृति बिना समस्त कार्य-व्यवहार मृतक के (शरीर के ऊपर किये) हार-श्रृंगार की तरह व्यर्थ है। जो व्यक्ति नाम को भुलाकर भोग-विलास में पड़ता है, उसको स्वप्न में भी सुख नहीं मिलता और उसका शरीर रोगी हो जाता है।
नाम त्याग करे अन काज।
बिनस जाई झूठे सब पाज॥
नाम संग मन प्रीत न लावै।
कोटि कर्म करतो नरक जावै॥
प्रभु के नाम को त्याग कर यदि मनुष्य दूसरे काम धन्धे करता है, तो उसके झूठे आडम्बर सब के सब नाश हो जाते हैं। जो इंसान अपने हृदय में प्रभु का प्रेम नहीं लगाता, ऐसा व्यक्ति नरक में जाता है, चाहे वह करोड़ों ही कर्म-धर्म करता रहे।
हर का नाम जिन मन न आराधा।
चोर की निआई जमपुर बाधा॥
लाख आडंबर बहुत बिस्तारा।
नाम बिना झूठे पासारा॥
जो व्यक्ति अपने हृदय में परमेश्वर के नाम की आराधना नहीं करता, वह यमलोक में चोर की भाँति पकड़ा जाता है। लाखों ही आडम्बर एवं अनेक प्रसार प्रभु के नाम बिना ये सब झूठे दिखाये हैं।
हरि का नाम सोई जन लेई।
कर किरपा 'नानक' जिस देई॥
हे नानक! वो ही व्यक्ति भगवान के नाम का सिमरन करता है, जिस व्यक्ति को भगवान कृपा-दृष्टि करके देता है।
🚩श्री अद्वैत सेवा संस्थान, भाँवती🥀
🎙️मेहताब सिंह Mehtab Singh
🎙️ हरमनदीप सिंह Harmandeep Singh
राग भूपाली raag Bhupali Kahrava 8