🕉️🎯👌🏻श्री हरिपुरुषाय नमः🌍🫂
Mere man me yahi bado chav santan kabeer
मेरे मन में तो यही बड़ो चाव सन्तन को देखूं आवतो।
बड़े भाग से सन्त पधारे उठकर करूँ प्रणाम।
सेवा करूं भाग मेरे जागे घर ही में आये चारों धाम॥
सन्त हमारे मात पिता है सन्त ही भाई बन्ध।
सन्त मिलावे राम से ही, काटे जम के फन्द॥
कैसे भक्ति करूँ मैं हरि की, होकर के निष्काम।
ऐसी युक्ति बताओ बाबा, सुमिरूँ मैं हरि को नाम॥
तीरथहुँ के तीरथ साधु, करे सदा उपकार।
बिन हरिकृपा मिले नहिं दर्शन, कहत कबीर विचार॥