🕉️🎯👌🏻श्री हरिपुरुषाय नमः🌍🫂
Man mast hua phir kya bole Kabeer
मन मस्त हुआ फिर क्या बोले
क्या बोले फिर क्यों बोले…
हीरा पायो गाँठ गठियायो।
बार बार वाको क्यों खोले॥
सुरत कलारी भई मतवाली।
मधुवा पी गई बिन घोले॥
हल्की थी जब चढ़ी तराजू।
पूरी भई तब क्या तोले॥
हंसा पावे मानसरोवर।
ताल तलैया में क्यों डोले॥
तेरा साहब है घर माँही।
बाहर नैना क्यों खोले॥
कहत कबीर सुनो भाई साधो।
साहिब मिल गये तिल ओले॥
🎙️संजय तंवर Sanjay tanwar