🕉️🎯👌🏻श्री हरिपुरुषाय नमः🌍🫂
Mathe Tilak Haath Mala Bana
Nanak Gurbaani नानक गुरबानी
गले जिन्हा जप मालिया,
लोटे हाथ निबग।
ओ ये हर के सन्त न आँकिये,
बनारस के ठग॥
गले में माला और हाथों में जगमगाते जग हैं । वे प्रभु के संत नहीं कहलाते। वे तो बनारस के ठग हैं ।
माथे तिलक हथ माला बाना।
लोगन राम खिलौना जाना॥
माथे पर तिलक लगाया एवं हाथ में माला पकड़ ली । ऐसा भेष बनाकर लोगों ने राम को खिलौना ही मान लिया है ।
जो हौं बौरा तो राम तोरा।
लोग मरम कह जानै मोरा॥
हे राम ! अगर मैं बावला हूँ, तो भी तेरा ही हूँ । अब लोग भला मेरा भेद कैसे जानें ।
तोरो न पाती पूजो न देवा।
रामभगति बिन निहफल सेवा॥
फूल-पत्ते तोड़कर किसी देवी-देवता की पूजा नहीं करता, वास्तव में राम की भक्ति के बिना अन्य कर्म, सेवा निष्फल है ।
सद्गुरु पूजो सदा सदा मनाओ।
ऐसी सेवा दरगह सुख पाओ॥
सद्गुरु की पूजा कर उसे सदा मनाता हूँ, क्योंकि ऐसी सेवा से ही दरबार में सुख मिलता है ।
लोग कहै 'कबीर' बौराना।
कबीर का मर्म राम पहिचाना॥
नि:संकोच लोग कबीर को बावला कहते हैं, मगर कबीर का रहस्य राम ही पहचान पाया है।
🚩श्री निरंजनी अद्वैत आश्रम भाँवती🙏🏻
🎙️ मेहताब सिंह Mehtab Singh