🕉️🎯👌🏻श्री हरिपुरुषाय नमः🌍🫂
Mat kah Bura Kisi Ko Ghazal Sada गजल
मत कह बुरा किसी को जो कोई बुरा भी है।
बन्दे की हर ख़ता में ख़ुदा की रज़ा भी है॥
मतकर मलाल उसका जो तुझको मिला नहीं।
तेरा है कब तलक़ वो जो तुझको मिला ही है॥
उसका ना रोना रो तू जो तुझसे है छिन गया।
रह जाएगा यही पे जो बाकी बचा भी है॥
तू भूलके ना देना अदू को भी बद्दुआ।
तेरा है जो ख़ुदा वो अदू का खुदा भी है॥
औरों की तू बिगाड़ के अपनी सँवार मत।
जिसमें सभी का है भला तेरा भला भी है॥
तेरा ही घर जला हो जरूरी नहीं सदा।
होगा भला भी इसीमें गर ऐसा हुआ भी है॥
🎙️गुलाम अब्बास खां Ghulam Abbas khan