🕉️🎯👌🏻श्री हरिपुरुषाय नमः🌍🫂
Mujhe Meri Masti Kahan Leke Aayi
स्वामी रामतीर्थ Swami Ramtirth lyrics
मुझे मेरी मस्ती कहाँ लेके आयी।
जहाँ मेरे अपने सिवा कुछ नाहीं॥
पता जब लगा मेरी हस्ती का मुझको।
सिवा मेरे अपने कहीं कुछ नाहीं॥
सभी में सभी में पड़ा मैं ही मैं हूँ।
सिवा मेरे अपने कहीं कुछ नाहीं॥
न दुःख है न सुख है न शोक कुछ भी।
अजब है ये मस्ती पीया कुछ नाहीं॥
ये सागर ये लहरें ये फेन ये बुदबुदे।
कल्पित है जल के सिवा कुछ नाहीं॥
परदा है दुई का हटाकर जो देखा।
बस एक मैं हूँ जुदा कुछ नाहीं॥
भ्रम है ये द्वन्द्व है मुझको हुआ है।
हटाया जो उसको, ख़फ़ा कुछ नाहीं॥
🎙️नारायण स्वामी Narayan Swami