🕉️🎯👌🏻श्री हरिपुरुषाय नमः🌍🫂
Mujhe Nahi Naath Kuchh hai Chinta
मुझे नहीं नाथ कुछ है चिन्ता
कि जब है मन्दिर ये मन तुम्हारा
तुम्हीं से पाया था कर रहा हूँ
तुम्हीं को अर्पण भवन तुम्हारा
बनाना चाहो इसे बना लो
उजाड़ना हो उजाड़ डालो
प्रभो तुम ही बागवान हो इसके
है जिस्म सारा चमन तुम्हारा
कराल कलि काल के ठगों ने
इरादा कुछ और ही किया है
सँभालना लुट न जाये भगवन्
अमूल्य यह प्रेम धन तुम्हारा
विचार आँखों का है कि
घटने न पाये आँसुओं की धारा
भरे कलश द्वार पर मिले जब
हृदय में हो आगमन तुम्हारा
🚩श्री निरंजनी अद्वैत आश्रम भाँवती🙏🏻
🎙️ प्रदीप कुमार Pradeep Kumar