🕉️🎯👌🏻श्री हरिपुरुषाय नमः🌍🫂
Moko Kahaan Tu Dhundhe Bande
Main To Tere Paas Me Kabeer
मोको कहाँ तू ढूँढें रे बन्दे
मैं तो तेरे पास में॥
ना तीर्थ में ना मूरत में
ना एकान्त निवास में।
ना मन्दिर में ना मस्जिद में
ना काशी कैलाश में॥
ना मैं जप में, ना मैं तप में,
ना मैं व्रत उपवास में।
ना मैं क्रिया कर्म में रहता,
ना ही योग संन्यास में॥
नहीं प्राण में नहीं पिंड में,
ना ब्रह्मांड आकाश में।
ना मैं त्रिकुटी भँवर में,
सब सांसो के सांस में॥
खोजी होय तुरंत मिल जाऊं
एक पल ही की तलाश में।
कहे कबीर सुनो भाई साधो
मैं तो हूँ विश्वास में॥
कबीर भजन लिरिक्स
🚩श्री निरंजनी अद्वैत आश्रम भाँवती🙏🏻
🎙️मिताली बनर्जी Mitali Banerjee
🎙️उत्कर्ष, प्रत्यूष Utkarsh & Pratyush