🕉️🎯👌🏻श्री हरिपुरुषाय नमः🌍🫂
Bhajan bane na tose man sailaniya
भजन बने ना तोसे, मन सैलानियाँ॥
खट्टा मिठा भोजन चहिये और ठंडा पानियाँ।
चाबने को पान चहिये, और पीकदानियाँ॥
सेज तो सुरंगी चहिये, रूपवन्ती रानियाँ।
पूत तो सपूत चहिये, कुल की निशानियाँ॥
हाथी चहिये घोड़ा चहिये, तंबू आसमानियाँ।
किला तो अटूट चहिये, और गुणदानियाँ¹॥
(तोप धूलधानियाँ)¹
बालापन बीत गयो, बीती है जवानियाँ।
बैरी बुढ़ापा आयो, लागि खैचातानियाँ॥
कहत मलूक दास, छोड़ दे पराई आस।
ऐसी भोली दुनियाँ माँहि भरम भुलानियाँ॥
देखो भोली दुनियाँ कैसी भरम भुलानियाँ॥