🕉️🎯👌🏻 श्री हरिपुरुषाय नमः 🌍🫂
Bahuri Nahi Aavna Yah Des Kabeer
बहुरि नहि आवना यह देस॥
जो जो गये बहुरि नहिं आये,
पठवत नाहि संदेश॥
सुर नर मुनि औ पीर औलिया,
देवी देव गनेस।
धरि धरि जन्म सबे भरमें हैं,
ब्रह्मा विष्णु महेस॥
योगी जंगम औ संन्यासी,
दिगम्बर दरवेस।
चुण्डित मुण्डित पण्डित लोइ,
स्वर्ग रसातल शेष॥
ज्ञानी गुणी चतुर औ कवि,
राजा रंक धनेश।
कोइ रहीम कोइ राम बखाने,
कोइ कहै आदेश॥
नाना वेष बनाय सबन मिलि,
ढूँढ़ि फिरै चहुँ देश।
कहत कबीर अन्त न पैहों,
बिन सद्गुरु उपदेश॥
🎙️रामचन्द्रजी गोयल Ramchandra Goyal
राग पूरिया धनाश्री Puriya Dhanashri