🕉️🎯👌🏻श्री हरिपुरुषाय नमः🌍🫂
Prabhuji tum sangti saran tihari Ravidas
प्रभुजी तुम संगति सरन तिहारी। जगजीवन राम मुरारी॥
गली-गली को जल बहि आयो, सुरसरि जाय समायो।
संगति के प्रताप महातम, नाम गंगोदक पायो॥
स्वाति बूँद बरसे फनि ऊपर, सोई विष होइ जाई।
ओही बूँद से मोती निपजै, संगति की अधिकाई॥
तुम चंदन हम अरंड बपुरे, निकट तुम्हारे आसा।
संगति के प्रताप महातम, आवै बास सुबासा॥
जाति भी ओछी कर्म भी ओछा ओछा कसब हमारा।
नीचे से प्रभु ऊँच कियो है, कहि रैदास चमारा॥