🕉️🎯👌🏻श्री हरिपुरुषाय नमः🌍🫂
Prabh! Dori Haath Tumhaare
नानक गुरबानी Nanak Gurbaani
प्रभ! डोरी हाथ तुम्हारे,
जीअ जन्त तेरे धारे॥
हे प्रभु! समस्त जीव-जन्तु तेरी ही रचना है और उनकी जीवन-डोर तुम्हारे हाथ में ही है।
सोई कराइ जो तुध भावै,
मोहे सिआणप कछु न आवै॥
हे प्रभु! जो तुझे भला लगता है, मुझसे वही करवा; चूंकि मुझे तो अन्य कोई भी चतुराई नहीं आती।
हम बारिक तउ सरणाई,
प्रभु आपै पैज रखाई॥
मैं बालक तेरी शरण में आया हूँ। प्रभु ने आप ही मेरी लाज-प्रतिष्ठा बचाई है।
मेरा मात पिता हरि राया,
प्रतिपालन लागा करी तेरा कराया॥
हे हरि तुम ही मेरे माता-पिता हो और तुम ही कृपा करके हमारा पालन-पोषण करते हो, मैं वही कुछ करता हूँ जो तुम मुझ से करवाते हो।
जो करावै सो करणा,
'नानक दास' तेरी सरणा॥
जो कुछ तुम जीवों से करवाते हो, वही वे करते हैं। दास नानक ने तो तेरी ही शरण ली है।
🚩 निरंजनी अद्वैत सेवा संस्थान भाँवती🥀