🕉️🎯👌🏻श्री हरिपुरुषाय नमः🌍🫂
प्रभु जी मेरे अवगुण चित्त न धरो
समदरसी प्रभु नाम तिहारो,
चाहो तो पार करो॥
एक लोहा पूजा में राखत,
एक घर बधिक परो ।
सो दुविधा पारस नहीं देखत,
कंचन करत खरो॥
एक नदिया एक नाल कहावत,
मैलो नीर भरो।
जब मिलके दोऊ एक वर्ण भये,
सुरसरि नाम परो॥
एक माया एक ब्रह्म कहावत,
सूर श्याम झगरो।
अबकी बेर मोहे पार उतारो,
नही पन जात टरो॥