🕉️🎯👌🏻श्री हरिपुरुषाय नमः🌍🫂
Preet kari kahu sukh na Soordas
प्रीति करि काहु सुख न लह्यो।
प्रीत पतंग करी दीपक सों, आपै प्रान दह्यो॥
अलिसुत प्रीत करि जलसुत सों संपति हाथ गह्यो।
सारंग प्रीत करी जो नाद सों, सन्मुख बान सह्यो॥
हम जो प्रीतकर माधव सों चलत न कछु कह्यो।
सूरदास प्रभु बिनु दुःख दूनो, नैनन नीर बह्यो॥