🕉️🎯👌🏻श्री हरिपुरुषाय नमः🌍🫂 

Neend se ab jag bande Kabeer 

नींद  से  अब  जाग  बंदे, राम में अब मन रमा।

निरगुना   से   लाग   बन्दे, है  वही  परमात्मा॥


हो गई है  भोर  कब से, ज्ञान  का  सूरज  उगा।

जा रही हर सांस बिरथा, सांई सुमिरन में लगा॥


फिर न पायेगा तू अवसर करले अपना तू भला।

स्वप्न के बन्धन है झूठे  मोह से  मन को  छुड़ा॥


धार ले  सतनाम  साथी  बन्दगी  कर ले  जरा।

नैन  जो  उलटे  कबीरा सांई तो सन्मुख खड़ा॥