🕉️🎯👌🏻श्री हरिपुरुषाय नमः🌍🫂
Nindo nindo moko log nindo kabeer lyrics
निंदो निंदो मोको लोग निंदो,
निंदा जन को खरी पिआरी, निंदा बाप निन्दा महतारी॥
निंदा होय त बैकुंठ जाइऐ, नाम पदार्थ मनहि बसाइये।
हिरदै सुध जो निंदा होई, हमरे कपड़े निंदक धोई॥
निंदा करै सु हमरा मीत, निंदक मांहि हमारा चीत।
निंदक सो जो निंदा होरै, हमरा जीवन निंदक लोरै॥
निंदा हमरी प्रेम पिआर, निंदा हमरा करै उधार।
जन कबीर को निंदा सार, निंदक डूबा हम उतरे पार॥
🎙️चमनजीत सिंह Chamanjeet Singh
🎙️मेहताब सिंह Mehtab Singh
🎙️हरजिंदर सिंह Harjinder Singh