🕉️🎯👌🏻श्री हरिपुरुषाय नमः🌍🫂
Nazar Ka Apni Nazriya Ghazal ग़ज़ल
नज़र का अपनी नज़रिया बदलके देख ज़रा।
तू अपनी सोच से आगे निकलके देख ज़रा॥
खुदा का अक्स हरेक शख्स में दिखेगा तुझे।
खुदी के जाल से बाहर निकलके देख ज़रा॥
तुझे हर आदमी तुझसे हकीर दिखता है।
तू अपने चश्मे का नम्बर बदलके देख ज़रा॥
तू सिर्फ अक्ल का ही बशर गुलाम ना बन।
कभीतो दिल के कहने पे चलके देख ज़रा॥
तुझे लगेगा तेरे दिल की तर्जुमानी है।
पढ़कर शेर 'सदा' की गजल के देख ज़रा॥
🚩जय श्री गुरु महाराज जी की🙏🏻
🎙️गुलाम अब्बास खां Ghulam Abbas