🕉️🎯👌🏻श्री हरिपुरुषाय नमः🌍🫂
Na Jane Kaunse Gun Par Bindu
ना जाने कौनसे गुण पर,
दयानिधि रीझ जाते हैं॥
यही सद्ग्रन्थ कहते हैं,
यही हरिभक्त गाते हैं॥
नहीं स्वीकार करते हैं,
निमंत्रण नृप सुयोधन का॥
विदुर के घर पहुँचकर।
भोग छिलकों का लगाते हैं॥
न आये मधुपुरी से गोपियों की,
दु:ख व्यथा सुनकर।
द्रौपदी के बुलाने पर,
द्वारका से दौड़े आते हैं॥
न रोये वन-गमन में,
पिता की वेदनाओं पर॥
उठाकर गिद्ध को निजगोद में,
आँसु बहाते हैं॥
कठिनता से चरण धोकर मिले,
कुछ बिन्दु विधि हर को।
वो चरणोदक स्वयं केवट के,
घर जाकर लुटाते हैं॥
🎙️पवन तिवारी Pawan Tiwari