🕉️🎯👌🏻श्री हरिपुरुषाय नमः🌍🫂
Deenan Dukh Haran Dev Soordas lyrics
दीनन दुःख हरण देव सन्तन हितकारी॥
अजामिल गीध ब्याध, इनमें कहो कौन साध।
पंछी को पद पढ़ात, गनिका सी तारी॥
ध्रुव के सर छत्र देत, प्रहलाद को उबार लेत।
भक्त हेतु बाँध्यो सेतु, लंकापुरी जारी॥
तन्दुल देत रीझ जात, साग पात सो अघात।
गिनत नाहीं झूठे फल, खाते मीठे खारी॥
गज को जब ग्राह ग्रस्यो दुशासन चीर खस्यो।
भरी सभा बीच कृष्ण कृष्ण, द्रौपदी पुकारी॥
हेनाथ मेरा क्या जाएगा जाएगी लाज तिहारी
इतने में हरि आय गये, बसनन आरूढ़ भये।
सूरदास द्वारे ठाड़ौ, आँधरो भिखारी॥
🎙️अनूप जलोटा Anoop Jalota
🎙️ जगजीत सिंह Jagjit Singh
🎙️रामस्वरूप भोपा Ramswaroop Bhopa