🕉️🎯👌🏻श्री हरिपुरुषाय नमः🌍🫂
Dekho Chilam Kare Chaturai Das Satar
देखो चिलम करे चतुराई, गांजा पीले मेरे भाई॥
ऐसा गांजा पीले भाई, झट मुक्ति होई जाई।
रे मैं बताऊँ पीले गांजा चेत समझ चित्त लायी॥
दिल को गांजा जान ले भाई, बात कहुँ समझाई।
पाँच पच्चीस बीज फेंक दे तूंबा का पानी ले भाई॥
तौबा कर ले, हर को भज ले, करना खूब धुलाई।
सत्य कर्म का जोग लगाके, निचोड़ लेना मेरे भाई॥
दिल टुकड़ेकर दर्दी बनजा दुःख बिना सुख नाहीं।
फिर तू बैठ गुरु के सन्मुख, चरणों में चित्त लायी॥
गुरुशब्द का सुक्का लेकर, मिलाले दिल के माहीं।
काया चिलम खूब बनी है अक्ल का कंकरा भाई॥
दोनों हाथों से साफी लगा दसद्वार को मूँदले भाई।
पद्मासन लगा के भीतर, श्वास को रोक ले भाई॥
प्रेम की अग्नि प्रगट होवे, तब बात तेरी बन जाई।
ध्यान धुआँ दसवें घर निकले, तब अमर हो जाई॥
ये बाता सब सत्य सुनायी, झूठ नहीं है भाई।
दास सतार कहे समझाकर जन्म-मरण दुःख नाहीं॥
🎙️निरंजन पांड्या Niranjan Pandya