🕉️🎯👌🏻श्री हरिपुरुषाय नमः🌍🫂
Tu Kachhu Aur Bichaarat Hai Nar
SundarDas Bhajan सुन्दरदास भजन
दादू एक विचार सूँ, सब ते न्यारा होय।
मांही है पर मन नहीं, सहज निरंजन सोय॥
तू कछु और बिचारत है नर।
तेरौ बिचार धरयौ ही रहैगो॥
कोटि उपाय करै धन के हित।
भाग लिख्यौ तितनौ ही लहैगो॥
भोर की सांझ धरी पल मांझ सु।
काल अचानक आयी गहैगो॥
राम भज्यौ न कियौ कछु सुकृत।
'सुन्दर' यौं पछतायी कहैगो॥
🚩श्री निरंजनी अद्वैत आश्रम भाँवती🙏🏻