🕉️🎯👌🏻श्री हरिपुरुषाय नमः🌍🫂
जिधर देखा उधर पाई, झलक घनश्याम प्यारे की।
जो कुछ है रोशनी जग में, उसी दिलवर हमारे की॥
कहीं बालक कहीं बूढ़ा, कहीं जाहिर कहीं गूढ़ा।
कहीं चतुरा कहीं मूढ़ा, यह लीला उस दुलारे की॥
छबीला मोहना नटवर, हठीला साँवला गिरिधर।
करे यह राम नित झाँकी, दिलवर प्राणप्यारे की॥