🕉️🎯👌🏻श्री हरिपुरुषाय नमः🌍🫂
Jaag Salonariye Bole Gurbaani Ram
नानक गुरबानी सबद लिरिक्स lyrics
जाग सलोनड़ीए! बोलै गुरबाणी राम।
जिन सुण मनिअड़ी अकथ कहाणी राम॥
हे सलोनी! (जीव स्त्री!) अज्ञान की निद्रा से जाग! तुझे गुरु की बाणी जगा रही है। जिसने मन लगाकर अकथनीय कहानी सुनी है, जिस जीव ने गुरु की बाणी सुनके उसमे) श्रद्धा बनाई है, वह अकथ परमात्मा की सिफतसालाह करने लग जाती है।
अकथ कहाणी पदनिर्बाणी।
कोई बिरला गुरमुख बूझै॥
वह अकथनीय कहानी सुनकर निर्वाण पद पा लेती है, जहाँ कोई वासना छू नहीं सकती है। इस तथ्य को कोई बिरला गुरुमुख ही बूझता है।
ओ सबद समाये आप गवाएँ,
त्रिभुवन सोधी सूझै॥
वह शब्द में लीन होकर अपना अहंत्व दूर करके तीनों लोकों का ज्ञान प्राप्त कर लेता है
रहे अतीत अपरम्पर राता।
साँच मन गुण सारिआ॥
वह अपरंपार प्रभु में लीन हुआ विरक्त बना रहता है और मन में सत्य का ही गुणगान करता रहता है। सदा स्थिर रहने वाला परमात्मा मन में बसा रहता है।
ओहु पूर रहिआ सरब ठाई
नानका उर धारिआ॥
हे नानक! उसने उस परमात्मा को अपने हृदय में बसा लिया है, जो हर जगह पर बसा हुआ है।
🚩निरंजनी अद्वैत सेवा संस्थान भाँवती🥀
🎙️ हरजिंदर सिंह Harjinder Singh