🕉️🎯👌🏻श्री हरिपुरुषाय नमः🌍🫂
Jo Ham Bhale Bure To Tere Soordas
जो हम भले बुरे तो तेरे।
तुम्हीं हमारी लाज बड़ाई॥
हम यदि अच्छे हैं तो और बुरे हैं तो भी, हैं आपके (ही)। हमारे दोषों की लज्जा और हमारे गुणों का बड़प्पन आपको ही है (आप ही बुरे या भले सेवक के स्वामी कहे जायँगे)। अतः हे मेरे स्वामी! मेरी प्रार्थना सुनिये।
सब तज तुम सरनागत आयौ,
दृढ़ करि चरन गहे रे।
तुम प्रताप-बल बदत न काहूँ,
निडर भए घर-चेरे॥
सब कुछ छोड़ कर आपकी शरण में आया हूँ। आपके चरणों को दृढ़ता से पकड़ लिया है। आपके प्रताप के बल से किसी की परवा नहीं करता। आपके घर के सेवक (आपके भरोसे) निर्भय हो गये हैं।
और देव सब रंक-भिखारी,
त्यागे बहुत अनेरे।
सूरदास प्रभु तुम्हरी कृपा ते,
पाए सुख जु घनेरे॥
और सब देवता तो कंगाल हैं, भिक्षुक हैं, ऐसे बहुतों को निकम्मा समझकर मैंने त्याग दिया है; क्योंकि हे प्रभु! आपकी कृपा से सूरदास ने बहुत अधिक सुख पाया है।
🚩जय श्री गुरु महाराज जी की🙏🏻🥀
🎙️साधना सरगम Sadhna Sargam